Thursday, 16 January 2020

पंचायत चुनाव पर घनाक्षरी


               *घनाक्षरी*

इससे भला है यार ,वोट देना है बेकार ,

सरपंच की जगह , जब ओर  चुनेगा।

सरपंच का पति हो ,या भाई सरपंच का,

या फिर भाग  पिता का  , चुनाव से जगेगा।

और तो क्या बात कहूँ , संसय में यूँ भी रहूँ ,

किसी किसी जगह  तो , काम प्रेमी  करेगा।

महिला विकास बात ,लगती बस जज़्बात,

भारत मे आरक्षण , कब तक फलेगा।

                *कलम घिसाई*

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