स्काउट का जीवन
धूप में तपती राहों पे चलना,
आंधी-तूफानों में अडिग रहना।
धरती से लेकर अम्बर तक,
स्काउट का यही है।कहना।
त्याग और सेवा पथ अपनाना,
सपनों को जग के लिए सजाना।
हर विपदा को गले लगाकर,
समर्पण से जीवन को पाना।
संघर्ष से कुछ घबराना नहीं,
हर कठिनाई हंस कर सहना।
साहस, सेवा, समर्पण का,
जीवन मंत्र सदा रहना।
दूसरों के आंसू पोंछे,
दुख में साथी बन जाए।
स्वार्थ से ऊपर उठकर,
अपनी खुशियां भी वार जाए।
देश-भक्ति, मानव-सेवा,
इन मूल्यों का वह प्रतीक है।
स्काउट तो है समाज का दीपक,
हर दिशा में जो प्रकाशित है।
हर दिन सीखता, बढ़ता जाता,
जीवन को नित नई राह दिखाता।
सच्चाई, त्याग, समर्पण का पथ,
स्काउट का हृदय वही अपनाता।
कलम घिसाई
स्काउट पर मुक्तक
देशभक्ति का जोश दिलों में जगाता है,
त्याग और सेवा का संदेश सुनाता है।
निश्छल हृदय से सदा निष्ठा को साथ ले,
स्काउट हर बाधा में दीप जलाता है।
साहस की मशाल से पथ को दिखाता है,
जीवन में अनुशासन का पाठ पढ़ाता है।
संकल्प और साधना का बताता जो मर्म ,
स्काउट सदा सच्चाई का मान बढ़ाता है।
जंगल हो या पर्वत, हर राह अपनाता है,
कठिनाइयों में भी मुस्कान लुटाता है।
सेवा, करुणा, सादगी में जो सिमटा,
स्काउट हर दिल को प्रेरित करता है।
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